ॐ प्रार्थना
ओङ्कार (ओंकार) बिंदू संयुक्तं
निव्य ध्यायन्ति योगिनः
कामदं मोक्षंद चैव
ओङ्काराय नमो नमः !
भावार्थ - योगीजन अनुस्वार से युक्त ओङ्कार का सदा ध्यान करते हैं। यह ओङ्कार सभी इच्छाओं की पूर्ति करने वाला और मोक्षदाता है। हम सभी ओङ्कार के प्रति आदरपूर्वक नमस्कार करते हैं।
ॐ तत् सत्।
सादर,
केशव राम सिंघल
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